8th Pay Commission Salary: जानिए कितनी बढ़ेगी आठवें वेतन आयोग में सैलरी और कब से लागू होगा नया पे स्केल

भारत में सरकारी कर्मचारियों की सैलरी तय करने के लिए केंद्र सरकार समय-समय पर वेतन आयोगों का गठन करती है। प्रत्येक वेतन आयोग लगभग 10 वर्षों के अंतराल पर लागू होता है और यह कर्मचारियों की वर्तमान वेतन संरचना, महंगाई दर, भत्तों और जीवन यापन की लागत के आधार पर सिफारिशें करता है। वर्तमान में देश के लाखों केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनभोगी आठवें वेतन आयोग का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि 8वें वेतन आयोग की क्या संभावनाएँ हैं, इससे कितनी सैलरी बढ़ सकती है, और यह कब से लागू हो सकता है।

आठवां वेतन आयोग क्या है और इसकी ज़रूरत क्यों?

आठवां वेतन आयोग केंद्र सरकार द्वारा गठित वह निकाय होगा जो केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की वेतन संरचना की समीक्षा करेगा। यह आयोग बदलती आर्थिक परिस्थितियों, मुद्रास्फीति, महंगाई भत्ता (DA), और कर्मचारियों की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए नई सिफारिशें करेगा।

2016 में 7वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद से कर्मचारियों की सैलरी में एक बार तो बढ़ोतरी हुई, लेकिन अब वर्ष 2025 के आस-पास आठवें वेतन आयोग की माँग जोर पकड़ रही है। कर्मचारियों का मानना है कि वर्तमान सैलरी महंगाई के मुकाबले अपर्याप्त होती जा रही है, इसलिए नए वेतन आयोग की ज़रूरत महसूस हो रही है।

8th Pay Commission कब लागू हो सकता है?

हालांकि सरकार की ओर से अभी तक आधिकारिक रूप से आठवें वेतन आयोग की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन विशेषज्ञों और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह आयोग वर्ष 2024-25 के बीच गठित किया जा सकता है और संभवतः 1 जनवरी 2026 से लागू हो सकता है। आमतौर पर, वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने में 1 से 2 साल का समय लगता है, इसलिए 2026 की शुरुआत एक संभावित तिथि मानी जा रही है।

आठवें वेतन आयोग में कितनी बढ़ेगी सैलरी?

8वें वेतन आयोग में सैलरी की बढ़ोतरी को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं। कर्मचारियों की उम्मीद है कि इस बार फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाकर 3.68 या उससे अधिक किया जा सकता है। फिटमेंट फैक्टर वह गुणांक होता है जिससे कर्मचारियों की बेसिक सैलरी को गुणा किया जाता है।

7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 था, जिसकी वजह से न्यूनतम वेतन ₹18,000 तय किया गया था। अगर 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 3.68 किया जाता है, तो न्यूनतम वेतन सीधे ₹26,000 तक जा सकता है।

8वें वेतन आयोग में संभावित वेतन वृद्धि – विस्तृत तालिका

नीचे दी गई तालिका में हम 7वें वेतन आयोग और संभावित 8वें वेतन आयोग के वेतन की तुलना कर रहे हैं। यह केवल एक अनुमान है, वास्तविक आंकड़े सरकार द्वारा आयोग गठन और रिपोर्ट के बाद ही जारी होंगे।

वर्तमान बेसिक वेतन (7th CPC)7th CPC के अनुसार कुल वेतन (2.57 फैक्टर)8th CPC संभावित वेतन (3.68 फैक्टर)
₹18,000₹46,260₹66,240
₹25,000₹64,250₹92,000
₹35,000₹89,950₹1,28,800
₹50,000₹1,28,500₹1,84,000
₹70,000₹1,79,900₹2,57,600

8वें वेतन आयोग से जुड़ी संभावित सिफारिशें

हालांकि आधिकारिक रूप से कोई सिफारिश सामने नहीं आई है, लेकिन जिन बिंदुओं पर चर्चा हो रही है, वे निम्नलिखित हो सकते हैं:

  • न्यूनतम वेतन में बढ़ोतरी: ₹26,000 या उससे अधिक
  • फिटमेंट फैक्टर में संशोधन: 3.68 या उससे अधिक
  • महंगाई भत्ता का पुनर्निर्धारण
  • हाउस रेंट अलाउंस (HRA) में वृद्धि
  • पेंशनरों के लिए अलग लाभ
  • ग्रेच्युटी और लीव इनकैशमेंट में बदलाव

आठवें वेतन आयोग का सरकारी और कर्मचारी वर्ग पर प्रभाव

आठवां वेतन आयोग लागू होने से सबसे अधिक लाभ केंद्र सरकार के कर्मचारियों को होगा, जिनकी सैलरी में सीधी बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही पेंशनभोगियों को भी बेहतर पेंशन मिलने लगेगी।

वहीं दूसरी ओर, इससे सरकार के खजाने पर भी एक बड़ा वित्तीय भार पड़ेगा, इसलिए सरकार इसके कार्यान्वयन में हर पहलू को ध्यान में रखकर निर्णय लेगी।

निष्कर्ष आठवां वेतन आयोग

8वें वेतन आयोग को लेकर देशभर में सरकारी कर्मचारियों की ओर से काफी उत्सुकता और अपेक्षा है। यह न केवल उनके आर्थिक सशक्तिकरण में सहायक होगा बल्कि सरकारी तंत्र में काम करने के प्रति संतोष और स्थायित्व भी बढ़ाएगा। जब तक आयोग की औपचारिक घोषणा नहीं होती, तब तक कर्मचारियों को संयम और अपडेट्स पर नज़र बनाए रखने की ज़रूरत है